क्या होगा अगर समुद्र बर्फ बन जाएगा:-
क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर समुद्र के पानी को बर्फ में बदल दिया जाए तो क्या होगा?क्या समुद्र के बर्फ में बदल जाने से हमारे दैनिक जीवन में कुछ बदलाव होगा? तो आइए समुद्र के बारे में कुछ इसी प्रकार के रोचक तथ्य के बारे में जानने का प्रयास करते हैं।
1:- इंटरनेट से हमारा संपर्क (conection) टूट जाएगा:-
क्या आपको पता है कि आज हम जिस इंटरनेट की सहायता से हर मुश्किल से मुश्किल पलो को आराम से गुजार देते हैं उस इंटरनेट का बड़ी मात्रा में संपर्क (conection) समुद्र से हैं। अगर समुद्र का पानी बर्फ बन जाए तो इंटरनेट की स्पीड ना के बराबर हो जाएगी।इंटरनेट पहुंचने वाले पाईपलाईन को समुद्र की गहराई में बिखेर दिया जाता है।यदि समुद्र बर्फ में बदल जाए तो इंटरनेट का संपर्क हमसे टूट जाएगा।
2:- केवल 4 दिन में पृथ्वी ठंडी हो जाएगी:-
हमारी पृथ्वी पर लगभग 70% तक समुद्र का पानी (see water) उपलब्ध है। जिसका आयतन (volume)लगभग 333 million cubic miles आंका गया है।
यदि समुद्र का पानी बर्फ में बदल जाए तो पृथ्वी का तापमान सामान्य से दुगुनी या उससे अधिक मात्रा में ठंडा हो जाएगी।जो हमारे जीवन के लिए खतरनाक साबित हो जाएगी। तथा केवल 4 दिनों में ही पृथ्वी का तापमान तेजी से कम हो जाएगा।
हमारे और आपके शहर में अगर तापमान 3° या 4° में पहुंच जाए तो लोग अपने घरों से बाहर निकलना बंद कर देते हैं। ऑफिस,स्कूल, कॉलेज की छुट्टी के दी जाती हैं। सोचिए अगर समुद्र का 100% भाग बर्फ बन जाए तो क्या होगा। तापमान को नापना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि तापमान -अनंत हो जाएगा।
3:- समुद्री जीवों की प्रजाति नष्ट हो जाएगी:-
समुद्र में अनेक प्रकार के समुद्री जीवों का निवास होता है। तथा मानव जगत का लगभग 80% हिस्सा समुद्री जीवों पर किसी ना किसी रूप से निर्भर है।
अगर सम्पूर्ण पृथ्वी से समुद्र का पानी बर्फ में बदल जाएगा तो समुद्री जीवों के नस्ट हो जाने से मानव जीवन का 48% भाग भूख से व 32% भाग मानव जगत बेरोजगारी से मर जाएगी।
4:- गुरुत्वाकर्षण बल , वायुमंडल खो जाएगा:-
*समुद्र बर्फ में बदल जाएगा तो पृथ्वी पूरी तरह ठंडी हो जाएगी और ये पृथ्वी घूमना बंद कर देगी।
*पृथ्वी में कोई इलेक्ट्रिक करंट पैदा नहीं होगी।
* पृथ्वी अपना गुरुत्वाकर्षण बल खो देगा।
* गुरुत्वाकर्षण बल के आभाव में कंपास दिशा बताना बंद कर देगा।
* पृथ्वी में वायुमंडल का आभाव हो जाएगा।
वायुमंडल नहीं होने के कारण पृथ्वी, मंगल ग्रह की तरह होने लगेगी। जहां या तो वायुमंडल बिल्कुल भी नहीं होगी या तो वायुमंडल की एक पतली परत मौजूद होगी जो जीवन जीने के लिए पर्याप्त नहीं होगी।
Note- अगर आपको ऐसी प्रकार के रोचक तथ्यों को पढ़ना अच्छा लगता है तो आप hme coment krke jrur btaye.
thankyou
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